Thursday, June 10, 2010
मनुष्य जीवन एक वन के समान हैं जहाँ सुरम्य एवं व्यवस्थित दिखने वाली पगडंडियाँ भी हैं एवं कंटीला एवं बंजर रास्ता भी, अकसर लोग आसान पगडंडियों के लालच में सही मार्ग भूल जाते हैं एवं वन रूपी जीवन पथ पर भटक जाते हैं, जीवन वन का राजमार्ग सदाचार और धर्म हैं, इस मार्ग पर चलकर भले ही मनुष्य को मुश्किलो का सामना करना पड़े परन्तु अंत में उसकी विजय निश्चित होती हैं एवं सुख और शांति का कारण बनती हैं।
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