Tuesday, March 15, 2011
ईश्वर आपके सबसे सच्चे और विश्वसनीय मित्र हैं, यदि आप यह बात समझ ले तो कभी स्वयं को अकेला नहीं पाएँगे, आपने जब इस धरती पर जन्म लिया तो ईश्वर ने आपको बहूमूल्य भेंट के रूप में यह मानव शरीर दिया, इस विश्वास पर कि आप इसका सदुपयोग कर औरों के दुख-तकलीफ दूर करेंगे परन्तु आप केवल माया के जाल में फँस के रह गए, बाकी सब कुछ बिसार दिया, परन्तु आप अपने सबसे प्रिय मित्र और उनके प्रति अपने कर्तव्य को न बिसरा कर उन्हें पूरा करें, नहीं तो जीवन के अंत समय पछताना होगा और बीता वक्त फिर लौट के न आएगा।
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