Wednesday, February 3, 2010
जीवन का सबसे बड़ा सत्य है मृत्यु। परन्तु मृत्यु का अर्थ मुक्ति नहीं,मोक्ष नहीं। महापुरुषों ने सच ही कहा है कि "तन की मौत मन की मौत नहीं"। जिस तरह मनुष्य वस्त्र बदलता हैं आत्मा मृत्युउपरान्त शरीर बदलती हैं,परन्तु मोक्ष केवल परमात्मा की शरण में जाने से प्राप्त होता हैं। अतः पारब्रह्म परमेश्वर से सच्चा प्रेम एवं आस्था ही हमें मोक्ष की ओर अग्रसर करती हैं।
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