चतुर्विंशतिवर्णेर्या गायत्री गुम्फिता श्रुतौ।
रहस्ययुक्तं तत्रापि दिव्यैः रहस्यवादिभिः॥
गायत्री संहिता, ८५
अर्थात वेदों में जो गायत्री चौबीस अक्षरों में गुँथी हुई हैं, विद्वान लोग इन चौबीस अक्षरों में गूँथने में बड़े-बड़े रहस्यों को छिपा बतलाते हैं।
Wednesday, February 17, 2010
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