भगवान श्री कृष्ण ने गीता में कहा है- मामनुस्मर युध्य च- मेरा(प्रभु का) निरंतर स्मरण करते हुए युध्द करो, यह निश्चित है कि तुम विजय को प्राप्त होगे।
अर्थात भगवान का स्मरण निरन्तर करते हुए मनुष्य को अपनी विपरीत परिस्थितों से जूझता रहे एवं जीवन रूपी संघर्ष में निरन्तर ईश्वर को याद करते हुए संग्राम करता रहे तो वह निश्चित ही विजयश्री को प्राप्त होता है।
Wednesday, January 6, 2010
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment