Wednesday, December 2, 2009

यदानास्तं गतो भानुर्गॊधूल्या पूरितं नभः ।
सर्वमंगलकार्येषु गोधुलिः शस्यते सदा ॥
(ब्रहंवाक्य)
अर्थात जब सूर्य अस्त होने को हो,जिस समय गायें घर वापिस आती हों,वह गोधूलिवेला समस्त मांगलिक कार्यों में शुभप्रद होती है।

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