ईश्वर अपने भक्तो की परीक्षा अवश्य लेते है। भक्तों के जीवन में असह्य वेदनाएँ आती है। मीरा का जीवन हो या भक्त प्रह्लाद का, कठिनाइयों से भरपूर जीवन जीना इन भक्तों की नीयति थी,परन्तु इन भक्तों ने हार नही मानी, एवं ईश्वर की परम अनुकम्पा इन पर सदा बनी रही।
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