Monday, November 23, 2009

माँ ही बच्चे का भविष्य बनाती है- यह बात है विनोबा भावे के बचपन की जब उन्होनें भोलेपन से अपनी माँ से पूछा _ "माँ! तुम रोज़ तुलसी की पूजा करती हो और पानी देती हो जिसका कोई लाभ नहीं है।" माँ प्रेमपूर्वक बोली _ "बेटा पूजा और श्रध्दा कभी विफल नहीं जाती। यह पौधा नहीं तुलसी माँ है, इनकी सेवा करने से न केवल पुण्य मिलता है,अपितु सारे घर का वातावरण पवित्र रहता है।"यह बात बालक विनोबा भावे के मन में बैठ गयी और उन्होनें प्रतिदिन तुलसी को अर्घ देना प्रारम्भ कर दिया। माँ की शिक्षा ने ही उन्हें महान बनाया।

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