Monday, June 13, 2011

श्री कॄष्ण ने भागवत गीता में कहा है-
कल्याण्कॄत्कक्ष्चि‌द्दुर्गतिं तात गच्छति।
हॆ तात! कल्याण कर्म करने वाले की कभी दुर्गति नहीं होती।

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