Wednesday, June 16, 2010

पुरूर्षाथ करो उसी से अपनी किस्मत बदल सकते हो एवं ईश्वर में पूर्ण विश्वास रखो, भाग्य भी पुरूर्षाथ द्वारा ही बनाया जाता हैं, अतः अपने भाग्य से ज्यादा अपनी मेहनत पर विश्वास करें।

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