Saturday, June 19, 2010

उनकी असीम अनुकम्पा हैं कि परमपिता ने आपको हमारा पिता निर्धारित किया,परमपिता ने दिया हैं हमें अद्‍भुत वरदान आपके रूप में, कभी न मुश्किले झेली हमने आपके कारण, आपके कारण ही यह जग देखने का सौभाग्य मिला, एक जीवन तो कम हैं आपके नमन के लिए, प्रार्थना करती हूँ हे भगवान सदा दें परम पिता आपके प्रेम एवं दुलार से परिपूर्ण यह वरदान और आपका आशीर्वाद हम पर सदैव बनाए रखें।

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