Friday, January 28, 2011

जीवन इस ढ़ग से जिएँ कि आपको मरनोपरान्त भी सब याद रखें क्योंकि अपने लिए केवल रोजी-रोटी का जुगाड़ तो निकृष्ट पशु-पक्षी भी करते हैं तो यदि मनुष्य भी यही करता रहा तो उनमें और मनुष्य में भेद करना मुश्किल हो जाएगा इसीलिए अपने जीवन के यदि कुछ क्षण भी औरों के लिए कुछ किया जाए तो वो ही आपको मनुष्य की उपाधि दिलाने में सक्षम हैं।

1 comment:

  1. wish u and Amanji loads of love and blessings on this very auspicious day!

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