Thursday, April 21, 2011

ये जीवन प्रभू कृपा के बगैर जीना नामुमकिन हैं, पग-पग पर जीवन के हर कदम पर ईश्वर किसी न किसी रूप में आपका आसरा बनते हैं,आपको ज्ञात ही नहीं होता कि किस प्रकार वो आपको इस भवसागर को पार कराने वाले खैवया बन जाते हैं और आपकी नैया पार लगा देते हैं, आपका प्रभू की ओर पूर्ण समर्पण ही है जो आपको इस जगत में तार सकता है।

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