Friday, April 29, 2011

अपना जीवन संचालित कीजिए, सदा सच का साथ दीजिए क्योंकि आप शरीर नहीं आत्मा है, आत्मा में सारे गुण है, वह तो परमात्मा के ही समान सर्वशक्तिमान हैं, उसमें वो सभी शक्तियाँ है जो परमात्मा ने हमें प्रदान की हैं और यदि हम चाहें तो अपनी उन शक्तियों को विकसित कर हम परमात्मा को भी प्राप्त कर सकते हैं, एवं इस मानव जीवन का ध्येय पूरा कर सकते हैं।

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