Monday, March 14, 2011

ईश्वर जो शांति और प्रेम का अथाह सागर हैं उन्हें जिन्हे आप कुछ दे नहीं सकते और न वह कुछ आपसे चाहते हैं, वह केवल आपको आपका सम्बन्ध जो कि आपका परमपिता से सदैव का है आपको याद कराना चाहते है, ब्रहं-महूर्त में उठ भगवान को याद करें, उस शांत वातावरण में ईश्वर को सच्चे मन से पुकारें, उनकी शक्ति महसूस करें। आप देखेगें कि पहले आपका दिमाग शांत होगा और फिर मन और इस शांति में आप इतनी खुशी महसूस करेंगे जो सारे जहान की दौलत से भी ज्यादा कीमती है। अपने को ईश्वर को सौंप के तो देखिए आपका जीवन ही बदल जाएगा।

No comments:

Post a Comment