Wednesday, March 16, 2011

भोग अज्ञान के मार्ग की ओर ले जाता है और पलायन अपने कर्तव्य से हटाता है इसीलिए न तो पलायन कीजिए और न ही भोग के मार्ग पर जाइए, अपने को ईश्वर का निमित्त मात्र जानकर केवल अपने कर्तव्य की पूर्ति करते जाइए और बाकी सब ईश्वर के हाथ छोड़ दीजिए और भगवान पर भरोसा रखिए कि जो भी होगा अच्छा ही होगा। यही जीवन जीने का सही ढ़ग है।

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