Wednesday, December 22, 2010

ईश्वर से प्रार्थना कीजिए, याचना नहीं। भगवान से जीवन के हर संघर्ष से लड़ने की शक्ति माँगिए, जब भी किसी दुविधा में हो तो ईश्वर से मदद लीजिए क्योंकि वह तो परमपिता हैं और हम उनकी संतान परन्तु याचक मत बनिए, यदि कुछ माँगना ही हैं तो आत्मबल की कामना कीजिए, इसी आत्मबल के सहारे और ईश्वर में सच्ची आस्था रख आप जीवन की किसी भी परीक्षा से जूझ सकते हैं।

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