Tuesday, February 15, 2011

धर्म क्या है इसका आशय तो केवल यह है कि हर सामप्रदाय में जो कुछ भी श्रेष्ठ है, सुन्दर है और सत्य है उसका ही अनुसरण किया जाए क्योंकि हर धर्म अच्छा ही सीखाता है। हर एक व्यक्ति चाहे वो किसी भी जाति या धर्म से सम्पर्क रखता हो हरेक में केवल ईश्वर ही तो निवास करते हैं तो फिर जाति-मज़हब को लेकर यह सारे फसाद क्यों?

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