Friday, January 8, 2010

परमपिता की विभूतियाँ _ पृथ्वी,जल, वायु, आकाश, सूर्य, रात-दिन, औषधियाँ-वनस्पतियाँ, गायें (समस्त प्राणिजगत) सभी पर माधुर्य एवं अमृतत्व की वर्षा करें। सबका कल्याण हो,सभी दिव्य और पवित्र जीवन जीएँ। _ यजुर्वेद १३/२७-२८

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