Saturday, January 9, 2010

ॐ का नाद ब्रह्म नाद है, ॐ का स्वर परमपिता परमेश्वर का स्वर है,ॐ का निरंतर जाप ईश्वर की ओर बढ़ने का साधन है। ॐ हमारे भीतर एक नवशक्ति का संचार करता है। ॐ की ध्वनि भी भगवान के नाम की तरह ही असीम है।

No comments:

Post a Comment